देहरादून में विजय माल्या का उधार खाताInbox X | ravi mails X |
देहरादून में विजय माल्या का उधार खाता आलोक तोमर विजय माल्या ने भाजपा के साथ यह सौदा सिर्फ राज्यसभा मे आने के लिए नहीं किया है। अगर राम जेठमलानी को दिल्ली में सांसदों वाला अपना बंगला बचाना था तो विजय माल्या को भी देहरादून में अपनी एक कोठी पर देहरादून नगर निगम द्वारा लगाया गया 27 करोड़ रुपए का टेक्स माफ करवाना था। देहरादून के राजपुर रोड पर यह कोठी जब खरीदी गई थी तो इसके दाम ज्यादा नहीं रहें होंगे लेकिन अब देहरादून में संपत्तियों के दामों में आग लग गई है। यह कोठी विजय माल्या की मां लीला और दो और बहनों के नाम है और पिछले कम से कम 50 साल से इस पर संपत्ति कर और जल कर अदा नहीं किया गया है। देहरादून नगर निगम के सूत्रों के अनुसार कोठी के मालिकों को उनके रजिस्टर्ड पते पर बार बार नोटिस भेजे जाते रहे मगर उनका कोई जवाब नहीं आया। अब उत्तराखंड में भाजपा की सरकार हैं। देहरादून नगर निगम भी भाजपा के कब्जे में हैं। विजय माल्या पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इस कोठी का सारा टेक्स माफ कर दिया जाए ताकि वे इसे बेच कर मोटी रकम कमा सके। दिल्ली स्थित एक भूतपूर्व सांसद और प्रसिद्व पत्रकार इस सिलसिले में विचौलिया बने हुए है और पिछले दिनो विजय माल्या के साथ उत्तराखंड के एक प्रभावशाली नेता की बैठक भी करवाई गई। यह बैठक दिल्ली में हुई थी। दर्जनों हवाई जहाजों, दो आलीशान शिप के मालिक और अरबाें का शराब कारोबार कर रहे विजय माल्या की हालत इन दिनों पतली हैं। यहां तक कि उनकी किंग फिशर विमान सेवा को ओएनजीसी से उधार ईंधन भरना पड़ रहा है। किंग फिशर को इस अपार उधारी यानी 602 करोड़ रुपए बगैर किसी गारंटी के लेने की खबर आप पहले पढ़ चुके हैं। इसमें मुरली देवड़ा की कृपा उन पर लगातार बनी हुई है। मामला अब केंद्रीय सतर्कता आयोग की जांच के दायरे में हैं और पहले निष्कर्षों में ओएनजीसी के कई बड़े अधिकारियों को दंडित करने का भी संकेत दिया गया है। विजय माल्या को शराब का अपना कारोबार यूबी ग्रुप अपने पिता से मिला था मगर स्काटलैंड की मशहूर शराब फैक्टरी व्हाइट एंड मेके को एक अरब सवा करोड़ में खरीदने के बाद माल्या का यूबी ग्रुप दुनिया का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा शराब निर्माता समूह बन गया। इसके बाद महाराजाओं की तरह शान से रहने वाले विजय माल्या ने किंग फिशर एयर लाइन भी शुरू की मगर संपत्तियों के आधार पर भले ही माल्या की कुल निजी हैसियत एक अरब साठ करोड़ डॉलर आंकी जाती हो मगर उनके कंपनी के आर्थिक हालात जैसे हैं वह देहरादून में नगर के टेक्स नहीं चुकाने की उनकी आतुरता से समझा जा सकता है। |
Friday, March 18, 2011
देहरादून में विजय माल्या का उधार खाता
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment